झारखंड: JSSC CGL परीक्षा में पेपर लीक के खिलाफ जेएसएससी कार्यालय पहुंचे छात्र, अध्यक्ष की गाड़ी में तोड़फोड़
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के बाहर बुधवार को आक्रोशित छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान जेएसएससी के अध्यक्ष नीरज सिन्हा की गाड़ी में आक्रोशित छात्रों ने तोड़फोड़ की. JSSC CGL परीक्षा में कथित पेपर लीक के खिलाफ बड़ी संख्या में छात्र जेएसएससी कार्यालय पहुंचे और विरोध दर्ज कराया.
जेएसएससी (झारखंड कर्मचारी चयन आयोग) कार्यालय के बाहर बुधवार को आक्रोशित छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान जेएसएससी के अध्यक्ष नीरज सिन्हा की गाड़ी में आक्रोशित छात्रों ने तोड़फोड़ की. पुलिस की लाठीचार्ज में छात्र जख्मी हुए हैं. JSSC CGL परीक्षा में कथित पेपर लीक के खिलाफ बड़ी संख्या में छात्र जेएसएससी कार्यालय पहुंचे और विरोध दर्ज कराया. आपको बता दें कि 28 जनवरी को झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 (JSSC CGL) हुई थी. पहले ही दिन की परीक्षा में अभ्यर्थियों द्वारा पेपर लीक का आरोप लगाया गया था. तीसरे पेपर (सामान्य ज्ञान) की परीक्षा का प्रश्नपत्र एक दिन पहले ही लीक हो जाने का आरोप लगाया था. अभ्यर्थियों के आरोप को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की ओर से गंभीरता से लिया गया. इसके बाद जेएसएससी ने तृतीय पाली में संपन्न सामान्य ज्ञान (तीसरा पेपर) की परीक्षा को अपरिहार्य कारण बताते हुए रद्द कर दिया था. आज बुधवार को जेएसएससी की ओर से जानकारी दी गयी कि 28 जनवरी के साथ-साथ चार फरवरी को होनेवाली परीक्षा भी रद्द कर दी गयी है.
28 जनवरी व 4 फरवरी की परीक्षा कर दी गयी रद्द
JSSC CGL परीक्षा का पेपर लीक होने की जानकारी मिलने पर जेएसएससी के परीक्षा नियंत्रक की ओर से जारी आवश्यक सूचना में कहा गया था कि तीसरे पेपर की परीक्षा की नयी तारीख की घोषणा आयोग की वेबसाइट पर यथाशीघ्र की जायेगी. उधर, पेपर लीक होने के आरोप में अभ्यर्थियों द्वारा जमकर प्रदर्शन किया गया था. मामले की जानकारी आयोग को होने के बाद उस पर त्वरित कार्रवाई की गयी. आयोग के उच्चस्तरीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहली नजर में पेपर लीक के आरोपों को सही पाया गया है. इस मामले में आयोग ने सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया. उल्लेखनीय है कि 28 जनवरी रविवार को झारखंड के 735 केंद्रों पर तीन पालियों में परीक्षा ली गयी थी. लगभग तीन लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. इसी प्रतियोगिता की दूसरी परीक्षा चार फरवरी को आयोजित की जानी थी. बुधवार को जेएसएससी की ओर से जानकारी दी गयी कि 28 जनवरी के साथ-साथ चार फरवरी की भी परीक्षा रद्द कर दी गयी है. उल्लेखनीय है कि सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 में लगभग 6.50 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था.
बाबूलाल मरांडी ने की थी सीबीआई से जांच कराने की मांग
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जेएसएससी द्वारा 28 जनवरी को आयोजित जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा में कथित तौर पर पेपर लीक की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर आंसर शीट जारी की है. इसके साथ ही व्हाट्सएप पर भी परीक्षा के पहले ही प्रश्नपत्रों के सामने आने की बात आ रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आयोजित यह परीक्षा भ्रष्टाचार के दायरे में आ गयी है. इस मामले की जांच सीबीआई से करायी जानी चाहिए.