वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना में शामिल हुए ये 4 नए राज्य, जानें इसके बारे में सबकुछ
केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि शेष राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मार्च 2021 तक इस योजना के दायरे में शामिल कर लिया जाएगा.
केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने हाल ही में कहा कि जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, नागालैंड और उत्तराखंड भी ‘वन नेशन-वन राशन कार्ड’ योजना में शामिल हो गए हैं. इनके साथ इस योजना में शामिल होने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या 24 हो गई है.
केंद्रीय खाद्य मंत्री ने कहा कि इसके साथ अब राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत आने वाले कुल लाभार्थियों में 80 प्रतिशत या लगभग 65 करोड़ लाभार्थी इन 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कहीं से भी सब्सिडी वाला राशन ले सकते हैं.
मार्च 2021 तक इस योजना के दायरे में सभी राज्य शामिल
केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि शेष राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मार्च 2021 तक इस योजना के दायरे में शामिल कर लिया जाएगा. वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना के तहत पात्र लाभार्थी राशन कार्ड का इस्तेमाल करके देश के किसी भी सरकारी राशन की दुकान से एनएफएसए के तहत अपना खाद्यान्न ले सकते हैं.
चार राज्य शामिल
केंद्रीय खाद्य मंत्री ने कहा कि खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग ने जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, नागालैंड और उत्तराखंड की तकनीकी तत्परता को ध्यान में रखते हुए, इन चार राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों को राष्ट्रीय पोर्टेबिलिटी के लिए मौजूदा 20 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के साथ जोड़ा है.
65 करोड़ लोगों को मिलेगा लाभ
फिलहाल 24 राज्यों के साथ आने से सरकार ने इस योजना के जरिये लगभग 65 करोड़ (80 प्रतिशत) लाभार्थियों तक पहुंच बना ली है.
वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना में कौन-कौन राज्य हैं शामिल?
वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू हो चुकी है. ये राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, गोवा, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, झारखंड, केरल, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, कर्नाटक, नागालैंड, सिक्किम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मणिपुर और दादर नागर हवेली और दामन दीव शामिल हैं.
सब्सिडी वाला अनाज
इस योजना के तहत राशनकार्ड लाभार्थी देश के किसी भी हिस्से में राशन की दुकानों से सब्सिडी वाला अनाज खरीद सकते हैं. उन्हें इसके लिए नए राशन कार्ड के लिए भी अप्लाई नहीं करना होता. इस व्यवस्था के लागू होते ही देश के किसी भी राज्य (जिसमें योजना लागू है) में सब्सिडी वाला राशन लिया जा सकता है. मालूम हो कि राशन कार्ड के जरिए सस्ती दर पर अनाज उपलब्ध करवाया जाता है.
अमेरिकी कांग्रेस कमेटी ने गांधी, मार्टिन लूथर किंग जूनियर की विरासत को बढ़ावा देने हेतु बिल पास किया
इस विधेयक में महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर के काम और विरासतों का अध्ययन करने हेतु अमेरिका तथा भारत के बीच आदान-प्रदान की पहल करने का प्रावधान है.
अमेरिकी कांग्रेस की एक प्रमुख समिति ने 29 जुलाई 2020 को महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर की विरासतों का प्रचार करने हेतु नागरिक अधिकारों के पैरोकार जॉन लेविस द्वारा लिखा एक विधेयक को पारित कर दिया है. इस बिल का मुख्य उद्देश्य महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर की विरासत को बढ़ावा देना है.
भारतीय-अमेरिकी सांसद अमी बेरा द्वारा अनुमोदित ‘गांधी-किंग एक्सचेंज एक्ट’ को सदन की विदेश मामलों की समिति ने पारित किया. इस विधेयक में महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर के काम और विरासतों का अध्ययन करने हेतु अमेरिका तथा भारत के बीच आदान-प्रदान की पहल करने का प्रावधान है.
महत्वपूर्ण बिंदु
• इस विधेयक से अमेरिका के विदेश विभाग को भारत सरकार के साथ मिलकर दोनों देशों के शोधार्थियों हेतु वार्षिक शैक्षिक मंच स्थापित करने का अधिकार मिल जायेगा.
• यह शैक्षिक मंच मोहनदास करमचंद गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर की विरासतों पर केंद्रित होगा.
• लेविस ने डॉ. किंग की भारत यात्रा की 50वीं वर्षगांठ पर भारत में एक प्रतिनिधिमंडल का साल 2009 में नेतृत्व किया था.
• उन्होंने इस यात्रा से प्रेरित होकर संघर्ष के समाधान की कोशिशों और मौजूदा नीति में बदलावों हेतु महात्मा गांधी और डॉ. किंग जूनियर के सिद्धांतों को लागू करने के उद्देश्य से इस विधेयक को तैयार किया
• प्रस्ताव में कहा गया कि जॉन लेविस ने समाज के लिए लड़ाई लड़ी, वो सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि दुनिया में एक हीरो थे. उन्होंने मानवता, समानता और न्याय के लिए आवाज उठाई.
• प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि जैसे महात्मा गांधी, मार्टिन लूथर किंग ने समाज के लिए कार्य किया, वैसे ही जॉन लेविस ने समाज के लिए कार्य किया है. ऐसे में ये आवश्यक है कि हम आने वाली पीढ़ी को इनके संबंध में बताएं. इस प्रस्ताव के तहत अब दोनों देशों की सरकार की ओर से राष्ट्रीय पाठ्यक्रम में दोनों हस्तियों के बारे में पढ़ाया जाएगा.
भारतीय-अमेरिकी सांसद अमी बेरा ने क्या कहा?
भारतीय-अमेरिकी सांसद अमी बेरा ने कहा कि जॉन लेविस न केवल अमेरिका बल्कि विश्वभर में नागरिक अधिकारों के नायक थे. वे सभी के लिए मानवाधिकार, समानता, न्याय तथा लोकतंत्र के लिए लड़े. महात्मा गांधी और डॉ. किंग की तरह कांग्रेस सदस्य लेविस ने अहिंसा के अपने कामों के जरिए दुनिया को आकार दिया और उनकी जीवन गाथा पूरे इतिहास में गूंजेगी.
कौन थे जॉन लेविस?
जॉन लेविस ने महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर की तरह ही अहिंसा के अपने कार्यों के माध्यम से दुनिया को आकार दिया. जॉन लेविस ने समाज के लिए लड़ाई लड़ी, वो सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि दुनिया में एक हीरो थे. उन्होंने साल 2009 में भारत का दौरा किया था. जॉन लेविस का हाल ही में 17 जुलाई 2020 को 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया.
विश्व एथलेटिक्स ने कोविड-19 के कारण स्थगित खेलों के लिए नई तारीखें की मंजूर
विश्व U20 चैम्पियनशिप नैरोबी 2020 अब 17 से 22 अगस्त, 2021 तक आयोजित की जाएगी और विश्व एथलेटिक्स रेस वॉकिंग टीम चैंपियनशिप मिन्स्क 2020 को 23-24 अप्रैल 2022 तक के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है
विश्व एथलेटिक्स ने विश्व एथलेटिक्स रेस वॉकिंग टीम चैंपियनशिप मिन्स्क 2020 और विश्व U20 चैम्पियनशिप नैरोबी 2020 के लिए इस 30 जुलाई को नई तारीखों को मंजूरी दी है.
विश्व एथलेटिक्स द्वारा विश्व एथलेटिक्स क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप्स बाथर्स्ट 2021 के आयोजकों के साथ बातचीत के लिए परिषद को भी अपडेट किया गया है ताकि आयोजन की वैकल्पिक तारीखें निर्धारित की जा सकें.
विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष, सेबेस्टियन कोए ने एक आधिकारिक बयान में यह बताया है कि, इस महामारी के कारण उत्पन्न हुआ व्यवधान अगले 2 वर्षों में अंतरराष्ट्रीय घटनाओं/ कार्यक्रमों की समयबद्धता निर्धारित करने को और अधिक जटिल बना रहा है, लेकिन हमने पुनः निर्धारित तिथियों को चुनने और सदस्य संघों, एथलीट्स, साझेदारों और मेजबान शहरों को निश्चितता देने में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है
चैंपियनशिप की नई तारीखें
विश्व एथलेटिक्स के अनुसार, टोक्यो ओलंपिक खेलों के एक सप्ताह बाद अब विश्व U20 चैम्पियनशिप नैरोबी 2020 का आयोजन 17 से 22 अगस्त, 2021 तक किया जाएगा. इस प्रतियोगिता के नियमों के अनुसार, 31 दिसंबर, 2021 तक 16-19 वर्ष की आयु के एथलीट्स इन खेलों में प्रतिस्पर्धा के लिए योग्य होंगे.
विश्व एथलेटिक्स रेस वॉकिंग टीम चैंपियनशिप मिन्स्क 2020 को अब मिन्स्क, बेलारूस में 23-24 अप्रैल 2022 के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है.
विश्व एथलेटिक्स हाफ मैराथन चैंपियनशिप यांगज्होऊ 2022 के आयोजन को भी 20 मार्च, 2022 से एक सप्ताह आगे बढ़ाकर अब 27 मार्च, 2022 कर दिया गया है.
विश्व एथलेटिक्स क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप बाथर्स्ट 2021 के लिए वैकल्पिक तारीखें
इस कार्यक्रम के लिए वैकल्पिक तिथियों को निर्धारित करने के लिए होने वाली बातचीत कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए ऑस्ट्रेलिया में यात्रा और लोगों के एकत्रित होने पर लगे प्रतिबंधों और अन्य अनिवार्य उपायों के कारण आयोजित की गई है. इसमें ऑस्ट्रेलिया की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं को बंद करना भी शामिल हैं.
इस महामारी के कारण, स्थानीय आयोजन समिति बोर्ड, विश्व एथलेटिक्स क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप बाथर्स्ट 2021, न्यू साउथ वेल्स सरकार और एथलेटिक्स ऑस्ट्रेलिया बोर्ड ने इस चैंपियनशिप की मेजबानी करने की अपनी तीव्र इच्छा दर्शाई है और विश्व एथलेटिक्स को भविष्य की किसी तारीख के लिए इस कार्यक्रम को स्थगित करने के लिए कहा है जो अभी निर्धारित की जानी है.
विश्व एथलेटिक्स अन्य संभावित तिथियों का पता लगाने के लिए ऑस्ट्रेलिया में सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करेगा. वर्तमान में, यह कार्य्रकम 20 मार्च, 2021 के लिए निर्धारित है.