विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था
1. उबले चावल पर सरकार द्वारा 20% निर्यात शुल्क लगाया गया।
- पर्याप्त स्थानीय स्टॉक बनाए रखने और घरेलू कीमतों को नियंत्रण में रखने के उद्देश्य से, सरकार ने उबले चावल के निर्यात पर 20% शुल्क लगाया है।
- 25 अगस्त को निर्यात शुल्क लगाया गया है और यह 16 अक्टूबर 2023 तक प्रभावी रहेगा।
- बंदरगाहों में पड़े उबले चावल पर शुल्क छूट दी जाएगी, यानी ऐसे चावल भंडार जिन्हें LEO (लेट एक्सपोर्ट ऑर्डर) नहीं दिया गया है और 25 अगस्त 2023 से पहले वैध एलसी (लेटर ऑफ क्रेडिट) सपोर्टेड हैं उन पर एक्सपोर्ट ड्यूटी आदेश लागू नहीं होगा।
- इन प्रतिबंधों के साथ, भारत ने अब गैर-बासमती चावल की सभी किस्मों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
- देश से निर्यात होने वाले कुल चावल में गैर-बासमती सफेद चावल की हिस्सेदारी लगभग 25% है।
- जुलाई में, सरकार ने घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने और आगामी त्योहारी सीजन के दौरान खुदरा कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
- सितंबर 2022 में टूटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
- चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि में लगभग 15.54 लाख टन गैर-बासमती सफेद चावल का निर्यात किया गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह केवल 11.55 लाख टन था।
- खाद्य कीमतों में तेज वृद्धि के बीच वार्षिक खुदरा या उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति जुलाई में 15 महीने के उच्चतम स्तर 7.44% पर पहुंच गई, जो जून में 4.87% थी।
- 2022-23 में भारत का कुल बासमती चावल निर्यात मूल्य के हिसाब से 4.8 बिलियन डॉलर था, जबकि मात्रा के हिसाब से यह 4.56 मिलियन टन था।
- पिछले वित्त वर्ष में गैर-बासमती निर्यात 6.36 अरब डॉलर रहा और मात्रा के हिसाब से यह 177.9 लाख टन रहा।
विषय: राष्ट्रीय समाचार
2. चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग साइट को शिव शक्ति प्वाइंट के नाम से जाना जाएगा।
- 26 अगस्त को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि जिस प्वाइंट (स्थान) पर चंद्रयान -3 का लैंडर चंद्रमा पर उतरा, उसे शिव शक्ति के नाम से जाना जाएगा।
- पीएम ने कहा कि शिव का संकल्प मानवता के कल्याण का है और ‘शक्ति’ हमें उन संकल्पों को पूरा करने की ताकत देती है।
- चंद्रमा का यह शिव शक्ति प्वाइंट हिमालय से कन्याकुमारी तक जुड़ाव का एहसास भी कराता है।
- जिस स्थान पर चंद्रयान-2 ने अपने पदचिह्न छोड़े थे, उसे अब तिरंगा कहा जाएगा।
- यह भारत के हर प्रयास के लिए प्रेरणा का काम करेगा और हमें याद दिलाएगा कि असफलता अंत नहीं है।
- चंद्रमा पर चंद्रयान-3 लैंडर की लैंडिंग को चिह्नित करने के लिए 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
- राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार की भावना का जश्न मनाएगा और हमें अनंत काल तक प्रेरित करेगा।
विषय: अंतरिक्ष और आईटी
3. मेटा ने ‘सीमलेसएम4टी’ नाम से एक बहुभाषी एआई अनुवाद और ट्रांसक्रिप्शन मॉडल लॉन्च किया।
- मेटा, जिसे पहले फेसबुक के नाम से जाना जाता था, ने ‘सीमलेसएम4टी’ (SeamlessM4T) नाम से एक उन्नत बहुभाषी मल्टीमॉडल एआई अनुवाद और ट्रांसक्रिप्शन मॉडल लॉन्च किया।
- यह स्पीच-टू-टेक्स्ट, स्पीच-टू-स्पीच, टेक्स्ट-टू-स्पीच और टेक्स्ट-टू-टेक्स्ट अनुवाद सहित कई कार्य कर सकता है।
- यह लगभग 100 भाषाओं का समर्थन करता है और विविध भाषाई आवश्यकताओं के लिए वाक् पहचान, अनुवाद और संश्लेषण की सुविधा प्रदान करता है।
- यह लगभग 100 इनपुट भाषाओं और लगभग 35 आउटपुट भाषाओं में स्पीच-टू-स्पीच का अनुवाद कर सकता है ।
- 2022 में, मेटा ने एक टेक्स्ट-टू-टेक्स्ट अनुवाद मॉडल, नो लैंग्वेज लेफ्ट बिहाइंड (एनएलएलबी) लॉन्च किया। यह 200 भाषाओं का समर्थन करता है और अनुवाद प्रदाता के रूप में विकिपीडिया के साथ एकीकृत है।
- इसके अतिरिक्त, मेटा ने ‘होक्कियेन’ भी लॉन्च किया, जो व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली लेखन प्रणालियों के बिना भाषाओं के लिए पहली स्पीच-टू-स्पीच, अनुवाद प्रणाली है।
- 2023 में, मेटा ने अपना व्यापक बहुभाषी स्पीच मॉडल भी लॉन्च किया जो 1,100 से अधिक भाषाओं की स्पीच की पहचान, वाक् संश्लेषण और भाषा पहचान की सुविधा प्रदान करता है।
विषय: शिखर सम्मेलन/सम्मेलन/बैठकें
4. छह और देश ब्रिक्स के सदस्य बनेंगे।
- 15वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 24 अगस्त, 2023 को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में संपन्न हुआ।
- यह COVID-19 महामारी के बाद पहली बार व्यक्तिगत रूप से आयोजित शिखर सम्मेलन था।
- ईरान, सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, अर्जेंटीना और इथियोपिया 1 जनवरी 2024 से ब्रिक्स के नए सदस्य बनेंगे।
- आखिरी बार ब्रिक्स का विस्तार वर्ष 2010 में दक्षिण अफ्रीका को शामिल करने के साथ हुआ था।
- ब्रिक्स सदस्य विस्तार प्रक्रिया के मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानकों, मानदंडों और प्रक्रियाओं पर एक समझौते पर पहुंचे।
- शिखर सम्मेलन के अन्य परिणाम नीचे दिये गये हैं:
- शिखर सम्मेलन के दौरान, इस बात पर सहमति हुई कि ब्रिक्स वित्त मंत्री और/या केंद्रीय बैंक गवर्नर स्थानीय मुद्राओं, भुगतान उपकरणों और प्लेटफार्मों के मुद्दे पर विचार करेंगे।
- ब्रिक्स सदस्यों ने मीडिया, संस्कृति, शिक्षा, खेल, कला, युवा, नागरिक समाज और शैक्षणिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में हुई प्रगति की सराहना की।
- ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल की स्थापना की 10वीं वर्षगांठ मनाई गई।
- सदस्यों ने आपसी समझ, मित्रता और सहयोग बढ़ाने में लोगों के बीच आदान-प्रदान के महत्व की पुष्टि की।
- विदेश मंत्रियों को ब्रिक्स भागीदार देश मॉडल को और विकसित करने और संभावित भागीदार देशों की सूची बनाने का काम दिया गया है।