Current Affairs 19 Oct 2020

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला सुरक्षा के लिए ‘मिशन शक्ति’ की शुरुआत की

इस मिशन का मुख्य उद्देश्य राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. मिशन के तहत टीम प्रदेश में मनचलों को चिन्हित कर उनकी धरपकड़ करेगी.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17 अक्टूबर 2020 को ‘मिशन शक्ति’ अभियान की शुरूआत बलरामपुर से की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार हर बेटी-हर महिला का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके स्वावलंबन के लिए प्रतिबद्ध है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिजर्व पुलिस लाइंस में आयोजित समारोह में कहा कि ‘मिशन शक्ति’ के तहत प्रदेश भर में शोहदों व मनचलों को चिह्नित कर उनकी धरपकड़ की जाएगी. इसके साथ ही सभ्य समाज के दुश्मनों की तस्वीर चौराहों पर लगेगी.

 

मिशन का उद्देश्य

इस मिशन का मुख्य उद्देश्य राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. मिशन के तहत टीम प्रदेश में मनचलों को चिन्हित कर उनकी धरपकड़ करेगी. इसके अलावा योगी सरकार राज्य में शांति व्यवस्था भंग करने वाले उपद्रवियों के पोस्टर चौराहों पर लगाएगी. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राज्य के 1535 पुलिस स्टेशन में महिला शिकायतकर्ताओं के लिए अलग से रूम होगा जिसे महिला हेल्पडेस्क बनाया जाएगा. मिशन शक्ति का उद्देश्य राज्य की प्रत्येक महिला के लिए सुरक्षा और सम्मान की गारंटी देना है.

 

मुख्य बिंदु

•    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेटियों व महिलाओं की सुरक्षा एवं विघटनकारियों को कठोर सजा का संदेश देने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है.

•    उन्होंने कहा कि बिटिया के दुष्कर्मियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर शीघ्र ही कठोर सजा दिलाई जाएगी. उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी.

•    प्रदेश के सभी थानों में एक विशेष कमरे में महिला हेल्पडेस्क बनाया जाएगा. यहां महिला अधिकारी व सिपाही की तैनाती होगी.

•    मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश की हर बेटी-हर महिला का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके स्वावलंबन के लिए प्रतिबद्ध है.

•    मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो लोग नारी गरिमा और स्वाभिमान को दुष्प्रभावित करने की कोशिश करेंगे, बेटियों पर बुरी नजर डालेंगे, उनके लिए उत्तर प्रदेश की धरती पर कोई जगह नहीं है.

•    उन्होंने कहा कि यह बड़ा अभियान तीन चरण में 180 दिनों तक चलेगा. इसमें प्रदेश के 24 विभागों का सहयोग लिया जाएगा. इसके साथ ही इस अभियान से अंतरराष्ट्रीय व स्थानीय सामाजिक संगठन अभियान से जुड़ेंगे.

•    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शक्ति के स्वरूप का अहसास कराने के लिए यूपी में अब 20 प्रतिशत भर्ती बेटियों की होगी.

भारत ने सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफलतापूर्वक परीक्षण किया

ब्रह्मोस प्राइम स्ट्राइक हथियार के रूप में नेवल सर्फेस लक्ष्यों को लंबी दूरी तक निशाना बनाकर युद्धपोतों की अजेयता सुनिश्चित करेगा. सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल परीक्षण के दौरान अरब सागर में एक लक्ष्य पर निशाना साधा गया.

भारतीय नैसेना ने हाल ही में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. यह टेस्ट स्वदेशी स्टील्थ विध्वंसक आईएनएस चेन्नई (INS Chennai) से किया गया. परीक्षण के दौरान मिसाइल ने अरब सागर में एक टॉरगेट पर निशाना लगाया. मिसाइल ने उच्च-स्तरीय और अत्यंत जटिल युद्धाभ्यास करने के बाद लक्ष्य को सटीकता के साथ सफलतापूर्वक लक्षित किया.

ब्रह्मोस प्राइम स्ट्राइक हथियार के रूप में नेवल सर्फेस लक्ष्यों को लंबी दूरी तक निशाना बनाकर युद्धपोतों की अजेयता सुनिश्चित करेगा. सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल परीक्षण के दौरान अरब सागर में एक लक्ष्य पर निशाना साधा गया. मिसाइल ने इस लक्ष्य को बेहद सटीकता से भेदा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल प्रक्षेपण के लिए डीआरडीओ, ब्रह्मोस और भारतीय नौसेना को बधाई दी है.

मुख्य बिंदु

•    यह सुपरसोनिक मिसाइल आवाज की गति से भी 2.8 गुना तेज गति से अपने लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखता है. इससे पहले डीआरडीओ और रूस के वैज्ञानिकों के साझा प्रयास से निर्मित जमीन से जमीन पर मार करने वाले क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था.

•    यह मिसाइल 8.4 मीटर लंबा और 0.6 मीटर चौड़ा है. इसका वजन 3000 किलोग्राम है. यह प्रक्षेपास्त्र 300 किलोग्राम वजन तक विस्फोटक ढोने और 300 से 500 किलोमीटर तक प्रहार करने की क्षमता रखता है.

•    ब्रह्मोस जमीन, हवा, पानी और मोबाइल लांचर से दागा जा सकता है. ब्रह्मोस मिसाइल एक दो चरणीय वाहन है, जिसमें ठोस प्रोप्लेट बूस्टर और एक तरल प्रोप्लेट रेमजेम सिस्टम है.

•    ब्रह्मोस एयरोस्पेस, भारत-रूस का संयुक्त उद्यम है. यह सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन कर रहा है, जो पनडुब्बी, जहाज, विमान या जमीन से दागी जा सकती हैं.

पृष्ठ-भूमि

गौरतलब है कि भारत ने पिछले कुछ सप्ताह में कई मिसाइलों का परीक्षण किया है. इनमें सतह से सतह पर मार करने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस और एंटी रेडिएशन मिसाइल रूद्रम-1 शामिल हैं. भारत ने परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइल शौर्य का भी परीक्षण किया है.

मिसाइलों का परीक्षण ऐसे समय में किया गया है, जब पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर गतिरोध चल रहा है. भारत ने 30 सितंबर को ब्रह्मोस के सतह से सतह पर मार करने वाले नये प्रारूप का सफल परीक्षण किया था. इस मिसाइल की मारक क्षमता 290 किमी से बढ़ाकर 400 किमी की दूरी तक की गई है

केंद्र ने भारत और ईरान के चाबहार पोर्ट के बीच कार्गो की आवाजाही पर 01 साल के लिए बढ़ाई रियायत दर

यह कदम जवाहरलाल नेहरू पोर्ट और दीनदयाल पोर्ट से/ पर शहीद बेहेश्टी पोर्ट के बीच जारी कार्गो के तटीय आवागमन को भी बढ़ावा देगा.

भारत सरकार ने भारत और ईरान के चाबहार पोर्ट के बीच माल की आवाजाही पर मौजूदा 40% रियायती दर को 01 साल तक आगे बढ़ाने का फैसला किया है.

जहाजरानी मंत्रालय के अनुसार, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट और दीनदयाल पोर्ट से शहीद बेहेश्टी पोर्ट, चाबहार की ओर आने-जाने वाले पोतों और कार्गो से संबंधित तटीय आवाजाही के लिए 40% की छूट लागू होगी.

उद्देश्य

इस रियायत अवधि को बढ़ाने का प्रमुख उद्देश्य ईरान के शाहिद बेहेश्टी पोर्ट, चाबहार के माध्यम से व्यापार को बढ़ावा देना है.

यह कदम जवाहरलाल नेहरू पोर्ट और दीनदयाल पोर्ट से/ पर शहीद बेहेश्टी पोर्ट के बीच जारी कार्गो के तटीय आवागमन को भी बढ़ावा देगा.

रियायती दरों की समयावधि में हुई बढ़ोतरी

इस रियायती पोत संबंधित शुल्क (VRC) टैक्स को आनुपातिक तौर पर लागू किया जाना है. इसे शहीद बेहेश्टी पोर्ट के लिए विभिन्न पोतों पर कम से कम 5000 मीट्रिक टन या 50 TEUs कार्गो को लोड करने के तहत लागू किया जाएगा.

भारतीय पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड के समन्वय में जो बंदरगाह हैं, वे संयुक्त रूप से एक SOP – मानक संचालन प्रक्रिया विकसित करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि, कार्गो को दी जाने वाली यह छूट/ रियायत वास्तव में चाबहार पोर्ट के शहीद बेहेश्टी टर्मिनल पर लोड किये ग इस बंदरगाह पर उतारे गये माल के लिए ही दी जा रही है.

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